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Har Kisan Ko Pranam - Dhanuka

ज़मीन के एक टुकड़े में किसान सपने बोता है, कड़कती धूप हो या आँधी तूफ़ान, फसलों में खुद उगता है, फसलों के साथ सोता है। मेहनत, लगन, उम्मीद, जुनून, यही उसकी ज़िंदगी है, उसके अथक प्रयास ने हमें आत्मनिर्भर बनाया है। तो महज़ अन्नदाता कहने से काम नहीं बनता, देश के हर किसान को दिल से एक प्रणाम तो बनता है।

आइए हमारे साथ जुड़िए और कहिए इंडिया का प्रणाम, हर किसान के नाम।

धानुका, पिछले 4 दशकों से देश के किसानों के साथ।
https://youtu.be/BuzceCDl7nQ